ऑक्सीकरण-प्रतिरोधी निकल-आधारित विशेष मिश्रधातु स्वच्छ कोयला-आधारित विद्युत उत्पादन की दिशा में एक स्वीकार्य कदम है।
Engineering
पदार्थ अपने ऊपर आपतित 87% से भी अधिक प्रकाश को उपयोगी ऊष्मा ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
एक नया एल्गोरिदम जो छोटे रोबोट या ड्रोन से शूट किए गए वीडियो से अनभिप्रेत गति के प्रभाव को हटा देने में सक्षम है
एक नवीन अध्ययन के अनुसार नगर जल अवसंरचना में स्थायित्व एवं परिवर्तनशीलता लाने हेतु प्रवर्धित विकेंद्रीकृत (स्केल्ड डिसेंट्रलाईज्ड) प्रणालियों की ओर ले जाने वाला एक आमूल-चूल परिवर्तन आवश्यक है।
आईआईटी मुंबई के प्राध्यापक देबब्रत मैती को वैज्ञानिक उपादेयता (वैलोराईजेशन) से संबन्धित उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए एसएसबी पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया।
कई परमाणुओं से मिलकर जब अणु निर्मित होते हैं, तो इन परमाणुओं के जुड़ने की प्रक्रिया पृथक-पृथक हो सकती है। एक ही अणु के दो रूपों की संरचना समान हो सकती है किन्तु यदि परमाणुओं की व्यवस्था पृथक-पृथक होती है तो समभारी (आइसोमर्स) बनते हैं। कुछ समभारियों में ऐसी संरचनाएं हो सकती हैं जो एक दूसरे की दर्पण छवियां (मिरर इमेज) हों। ऐसे अणुओं को काइरल अणु कहते हैं। वैज्ञानिक ऐसे अणुओं के अध्ययन में रुचि रखते हैं, उदाहरण स्वरुप पेनिसिलिन, क्योंकि इसके अणुओं की एक व्यवस्था जीवन रक्षक हो सकती है जबकि दूसरी घातक हो सकती है!
तीव्रता से परिवर्तित होने वाले क्षीण चुंबकीय क्षेत्रों के छायांकन (इमेजिंग) के लिए हीरे के क्वांटम दोषों (डिफेक्ट्स) का प्रयोग
बहु-संस्थागत 5 जी परीक्षण मंच (टैस्ट बैड ) परियोजना मानव संसाधन और 5 जी आधारभूत ढांचे को विकसित करने और एक सक्षम वातावरण निर्माण में सहायता करने के लिए
शोधकर्ताओं ने विभव नियंत्रित क्वान्टम परिपथ निर्मित करने का एक नवीन मार्ग ढूंढ निकाला है जिसमें उन्होंने ग्रफ़ीन एवं अल्फा मोलिब्डनम ट्राई ऑक्साइड के संयोजन का उपयोग किया है।
शोधकर्ताओं द्वारा क्वांटम मैटीरियल पर आधारित एक ऐसी वैलीट्रॉनिक्स युक्ति संरचना प्रस्तावित की गई है जिसे वर्तमान तकनीक का उपयोग करते हुए प्रयुक्त किया जा सकता है।