क्षय रोग के प्रसार को नियंत्रित करना भारत के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती रही है, क्योंकि क्षय रोग के विश्व के एक चौथाई से ज़्यादा मामले यहाँ मिलते हैं। क्षय रोग बैक्टीरिया में तेज़ी से दवा-प्रतिरोध के चलते यह स्थिति और ज़्यादा बढ़ गई है। २०१७ तक, भारत में, बहुदवा-प्रतिरोधी क्षय रोग के १,४७,००० मामले दर्ज किए गए। हालाँकि सरकार ने इसे नियंत्रित करने के उद्देश्य से संशोधि
आयआयटी मुंबईद्वारे विकसित नवीन डीप-लर्निंग फ्रेमवर्क SpADANet (स्पाडानेट) मर्यादित लेबल्स वापरूनही अनेक चक्रीवादळांमधील संरचनात्मक नुकसान अधिक अचूकपणे वर्गीकृत करू शकते.
Mumbai/