भारत विविधताओं का देश है। देश में बोली जाने वाली भाषाओं की व्यापक संख्या इस तथ्य का प्रमाण है। मुख्यतया चार भाषाओं के वर्ग हैं जिनके साथ बाईस अनुसूचीबद्ध भाषाएँ हैं, जिनमें तीस से अधिक भाषाएँ दस लाख से अधिक लोगों द्वारा बोली जाती हैं।
पूर्व के कुछ वर्षों में दिल्ली एवं मुंबई के वातावरण में मीथेन के स्तर में वृद्धि इंगित करता छायाचित्र।
श्रेय: अध्ययन लेखक