आईआईटी मुंबई द्वारा विकसित नया स्पाडानेट (SpADANet) नामक डीप लर्निंग फ्रेमवर्क सीमित लेबलों का उपयोग करते हुए कई, चक्रवातों में हुए हानि के वर्गीकरण की सटीकता को बढ़ाता है।

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आईआईटी मुंबई द्वारा विकसित नया स्पाडानेट (SpADANet) नामक डीप लर्निंग फ्रेमवर्क सीमित लेबलों का उपयोग करते हुए कई, चक्रवातों में हुए हानि के वर्गीकरण की सटीकता को बढ़ाता है।

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मंगल ग्रह पर स्थित घाटियों के जाल से प्राप्त नए प्रमाण इस बात की पुष्टि करते हैं कि लगभग चार अरब वर्ष पहले नोआकियन काल में उष्ण और आर्द्र जलवायु धीरे-धीरे परिवर्तित होकर लगभग तीन अरब वर्ष पहले हेस्पेरियन काल तक ठंडी और हिममय हो गई थी।

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क्षयरोग के जीवाणु प्रसुप्त अवस्था में अपने बाह्य आवरण में होने वाले परिवर्तन के कारण प्रतिजैविक (एंटीबायोटिक्स) से बच कर लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।

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ड्रोन-वृंद के जटिल विन्यास को जीपीएस अथवा ड्रोन के मध्य संचार प्रक्रिया के बिना एवं केवल कैमरे से प्राप्त डेटा का उपयोग कर नियंत्रित करने की नवीन युक्ति बताते आईआईटी मुंबई के शोधकर्ता।

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आईआईटी के शोधकर्ताओं का एक सहयोगात्मक अध्ययन बताता है कि टेट्रापॉड-आकृति के नैनोकणों को कुछ प्लास्टिक पदार्थों में मिलाने से प्लास्टिक कम गाढ़े हो जाते हैं और उनपर सरलता से प्रक्रिया की जा सकती है।

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आईआईटी मुंबई के शोधकर्ताओं ने भंगुर पदार्थों में सूक्ष्म छेद करते समय गहराई में जमा होने वाले पदार्थ के अवशेषों की समस्या को दूर करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट के प्रवाह और अवशेष हटाने की गतिशीलता का विश्लेषण किया और दर्शाया कि अल्ट्रासोनिक-असिस्टेड इलेक्ट्रोकेमिकल डिस्चार्ज मशीनिंग (UA-ECDM) कैसे इसका समाधान करता है

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शोधकर्ताओं ने मधुमेहजन्य किडनी रोग के प्रारंभिक चेतावनी संकेतों की खोज की है और व्यक्तिगत उपचार का मार्ग प्रशस्त किया है।

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पूर्व के कुछ वर्षों में दिल्ली एवं मुंबई के वातावरण में मीथेन के स्तर में वृद्धि इंगित करता छायाचित्र। 
श्रेय: अध्ययन लेखक 

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शोधकर्ताओं ने भारत के 2030 के नवीकरणीय ऊर्जा जनादेश की पूर्ती के प्रयत्नों का मूल्यांकन करने के लिए ऊर्जा उत्पादन और ग्रिड संचालन का एक बारीकियों से युक्त मॉडल विकसित किया। यह अध्ययन दर्शाता है कि भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए लचीलेपन, सामर्थ्य और विश्वसनीयता को संतुलित करते हुए, क्षेत्रीय समन्वय और लचीले अनुपालन तंत्र के साथ-साथ निर्धारित भंडारण और कोयला निर्भरता का चरणबद्ध घटाव महत्वपूर्ण हैं।

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माइक्रोफ़ाइबर को बनाते समय ही उन पर नैनोपार्टिकल का लेपन चढ़ाने की आईआईटी मुंबई की नवीन तकनीक एक समान कोटिंग और बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करती है।

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